रामधन के दस लड़के
खेत में बोए जौ
एक वहां पर रह गया
रह गए बाकी नौ।
रामू के नौ लड़के
काटे तख़्त की काठ,
एक आरी से कट गया
रह गए बाकी आठ।
रामू के आठ लड़के
खेले सारी रात,
एक सुबह थक गया
रह गए बाकी सात।
रामू के सात लड़के
गए कुएं की तह
एक वहां डूब गया
रह गए बाकी छह ।
रामू के छह लड़के
लेने गए काँच,
कांच से एक चोटिल हुआ
रह गए बाकी पांच।
रामू के पांच लड़के
गए झील के पार
एक झील में डूब गया
रह गए बाकी चार।
रामू के चार लड़के
मिला उन्हें दीपक का जिन,
जिन एक को ले गया
रह गए बाकी तीन ।
रामू के तीन लड़के
खेले खो खो,
एक थक कर सो गया
रह गए बाकी दो।
रामू के दो लड़के
सोचा किए अनेक
सोचते सोचते एक बेहोश,
रह गया बाकी एक।
रामधन का एक लड़का
अकेला रोया जाय,
रोते रोते चला गया
बचा ना कोई हाय।
संपादित १९ अगस्त
रचना १२ मई २०१९
अनूप मुखर्जी "सागर"
Rhythmic and nice to read. Can be a contribution for back counting in Hindi which many are now not interested to learn.
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